अलवर जिले की रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांगे्रस के विधायक जुबेर खान का शनिवार को निधन हो गया। कांग्रेस विधायक जुबेर खान लंबे समय से लिवर की बीमारी से जूझ रहे थे। उनका करीब डेढ़ वर्ष पूर्व लिवर ट्रांसप्लांट भी हुआ था लेकिन करीब दो सप्ताह से उनका स्वास्थ्य सही नहीं था। कांगे्रस विधायक खान के आकस्मिक निधन से कांगे्रस पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई है। जुबेर खान की पत्नी और पूर्व विधायक सफिया जुबेर खान के अनुसार जुबेर खान को शनिवार शाम रामगढ़ में सुपुर्द.ए.खाक किया जाएगा।
प्रियंका गांधी के विश्वस्त व नजदीकी नेताओं में
बताते चलें कि कांग्रेस विधायक जुबेर खान राजस्थान में कांगे्रस के कद्दावर अल्पसंख्यक नेताओं में गिने जाते थे। चार बार मेवात की रामगढ़ सीट से कांग्रेस के विधायक रहे जुबेर खान के निधन से भरतपुर जिले की कामां सहित मेवात क्षेत्र में कांग्रेस को बड़ा आघात पहुंचा है। जुबेर खान ने प्रदेश कांग्रेस से लेकर आल इंडिया कांगे्रस कमेटी में पार्टी में कई अहम जिम्मेदारियां निभाई। उन्हें प्रियंका गांधी के विश्वस्त व नजदीकी नेताओं में माना जाता है।
माचड़ी से दिल्ली तक का सफर
अलवर जिले के उमरैण के पास गांव माचड़ी में एक अगस्त 1962 को जुबेर खान का जन्म हुआ। उनके पिता बाघसिंह राजनीति में काफी सक्रिय थे और करीब 38 साल सरपंच रहे। जुबेर ने अपनी काॅलेज की पढ़ाई मशहूर जामिया मिलिया से की और दो बार कॉलेज अध्यक्ष चुने गए। वे एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे। वर्ष 1990 में जुबेर खान देश के सबसे युवा विधायक बने। साल 1993, 2003 और 2023 में भी विधायक चुने गए। साल 2003 और 2008 में वे कांग्रेस के चीफ व्हीप रहे। लोकसभा में 2003 से 2008 तक वह मुख्य सचेतक रहे। वे पीसीसी महासचिव रहने के साथ ही जयपुर और भरतपुर जिला प्रभारी भी रहे थे। जुबेर खान की पत्नी साफिया जुुबेर भी रामगढ़ से विधायक रह चुकीं हैं।
राजस्थान विधानसभा में सात सीट खाली
जुबेर खान के निधन के बाद अब राजस्थान विधानसभा में सात सीट खाली हो गई हैं। 6 सीटों पर उपचुनाव प्रस्तावित है और सातवीं सीट अलवर के रामगढ़ से भी खाली हो चुकी है। प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बाद दौसाए देवली उनियाराए झुंझुनूए खींवसर और चौरासी विधानसभा स्थानीय विधायकों के सांसद बनने के बाद खाली हो चुकी थी। वहीं उदयपुर के सलूंबर से विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के बाद एक और सीट रिक्त हो गई थी। इन सीटों में पांच पर कांग्रेस और उनके सहयोगी दल काबिज थेए तो सलूंबर में भारतीय जनता पार्टी के विधायक थे।