Fake IPS in Jamui Bihar। देश को सर्वाधिक आईएएस देने वाले बिहार के इस युवक की कहानी बेहद फिल्मी है। साधारण से दिखने वाले इस युवक के शातिराना अंदाज से बिहार पुलिस सकते में है। पहले दो लाख रूपये में आईपीएस बनने और फिर डाॅक्टर बनकर समाजसेवा की बातें करने वाले मिथलेश मांझी की ये सारी कहानी हवाहवाई निकली। इस दौरान इस फर्जी युवक ने यूट्यूब पर अपने नाम से एक चैनल भी शुरू कर लिया है। मिथलेश पर कई गाने भी यूट्यूब पर अपलोड किये गये हैं।
पुलिस के लिए पहेली बन गया मिथिलेश मांझी
खुद को अफसर बताकर घूमने वाला मिथिलेश मांझी अब पुलिस के लिए पहेली बन गया है। मिथलेश कुमार लखीसराय जिला के हलसी थाना क्षेत्र के गोवर्धन बीघा गांव का रहना वाला है। मिथिलेश ने पहले पुलिस को बताया कि मनोज सिंह नाम के एक व्यक्ति ने उसे IPS बनाने के नाम पर 2.30 लाख रुपये की ठगी की है और वर्दी पिस्तौल दिया है लेकिन जुमई पुलिस की जांच में मिथिलेश की सारी बातें झूठी निकलीं। मिथिलेश मांझी ने खुद आईपीएस की वर्दी सिलवाकर पहनी और पुलिस को बताया कि उसने 2.30 लाख रुपए देकर वर्दी और पिस्तौल खरीदी थी। पुलिस की जांच में सारी बातें झूठी निकलीं। मिथिलेश का मोबाइल रिकॉर्ड भी खैरा जाने की पुष्टि नहीं करता। अब मिथिलेश सोशल मीडिया पर सक्रिय है और उसे पुलिस तलाश रही है। पुलिस को शक है कि मिथिलेश ने जानबूझकर झूठी कहानी गढ़ी होगी। फिलहाल वो पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस अब मिथिलेश की तलाश कर रही है। जमुई के एसडीपीओ सतीश सुमन ने कहा कि मिथिलेश ने पुलिस को गुमराह किया है। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कॉल डिटेल से खुला राज
पुलिस को मिथिलेश की बातों पर शक हुआ और मामले की जांच शुरू की। मिथिलेश ने जिस मोबाइल नंबर को मनोज सिंह का बताया था वह कई महीनों से बंद है। पुलिस ने जब मिथिलेश की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि 20 सितंबर को वह खैरा गया ही नहीं था बल्कि जूते खरीदने लखीसराय गया था। पुलिस ने खैरा में रहने वाले मनोज सिंह नाम के चार व्यक्तियों से भी मिथिलेश का सामना कराया लेकिन उसने किसी को नहीं पहचाना।
शुरू किया अपना चैनल
मिथिलेश ने सोशल मीडिया पर अपनी पहचान बना ली है। उसने अपना एक यूट्यूब चैनल भी शुरू कर दिया है जिसका नाम उसने मिथिलेश IPS रखा है। सोशल मीडिया पर उसके ऊपर गाने भी बनने लगे हैं। गाने में मिथिलेश मांझी ने वही शॉट्स यूज किए हैं जो पुलिस स्टेशन के अंदर और बाहर मीडिया ने अपने कैमरे में कैद किए। मिथिलेश के पिता बबलू मांझी का कहना है कि वह पटना में शूटिंग कर रहा है। उन्होंने कहा मुझे नहीं पता कि उसने वर्दी कहां से ली।
Fake IPS की ये है कहानी
बिहार के जमुई में 18 साल का एक लड़का बिना UPSC परीक्षा पास किए IPS की वर्दी पहन कर घूम रहा था। IPS बनने की खुशी में समोसा पार्टी कर रहा था। पुलिस को शक होने पर पूछताछ की गई तो युवक ने सनसनीखेज खुलासे किए। दरअसल फेक आईपीएस अधिकारी बने युवक मिथिलेश कुमार IPS की वर्दी पहनकर और कमर में पिस्टल लटकाकर करीब दो लाख की बाइक पर बैठकर घर से निकला। समोसे खाने के लिए जब वह बाजार में रुका तो उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। मिथलेश का हुलिया देखकर लोगों को कुछ अटपटा लगा तो किसी ने थाने में शिकायत कर दी इसके बाद सिकंदरा थानाध्यक्ष मिंटू कुमार सिंह ने मौके पर पहुंच कर उसे दबोच लिया। मिथलेश कुमार ने बातचीत में बेहद गंभीर और चौंकाने वाले खुलासे किए। Fake IPS बने मिथिलेश कुमार ने बताया कि खैरा इलाके के मनोज सिंह नाम के एक व्यक्ति ने उसे पुलिस में नौकरी लगाने का ऑफर दिया था। उसने IPS बनाने के लिए 2 लाख रुपए दिए। मनोज सिंह ने उसके शरीर का नाप लिया और उसके दूसरे दिन बुलाकर उसे IPS की वर्दी बैच और पिस्टल दिया। इसके बाद कहा कि आज से तुम IPS हो। इस गिरोह में कई लोग शामिल हैं। युवक ने बताया कि उसने अपने मामा से उधार पैसे लेकर फर्जी आईपीएस बनाने वाले मनोज सिंह को दिए।